हिंदी शायरी तुमच्यासाठी || Best Hindi Shayari for You || 09 AUG 2020
हिंदी शायरी बाबत (About Hindi Shayari)
शायरीचे विविध प्रकार (Types of Shayari)
•✤┈•शायरी का कि महफिल आपके लिये•┈✤•
[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]आज मैंने फिर जज्बात भेजेंतुमने फिर उन्हें अल्फाज समझा।[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]ज़िन्दगी एक ख़ूबसूरत सफ़र है जनाबयहां कई हसीन चहरे औरअनचाहे रास्ते आपका इंतज़ार करते है।[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]नसीब से ज्यादा भरोसा तुम पर किया थाफिर भी…नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गये…[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]क्या फर्क है ?… दोस्ती और मोहब्बत में !….रहते तो दोनो दिल में ही है !लेकिन,,….फर्क बस इतना है…बरसो बाद ….मिलने पर….मोहब्बत नजर चुरा लेती है…और दोस्त सीने से लगा लेते है…╭─❀⊰╯@mind4talk╨───────────────────❥
•✤┈•शायरी का कि महफिल आपके लिये•┈✤•
[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]फिर उसके बाद मैं बचपन से निकल आया था,मोहब्बत मेरी आखिरी श़रारत थी…[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]🌹सनों चुप हूँ तो पत्थर ना समझ मुझे….दिल पे असर हुआ है, किसी अपने की बात का….✍️[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]उँगली दबा के दाँतो मेंवो मुस्कुरा दिएइतनी सी बात नेकई तूफां उठा दिए…!![•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]हमको किसके ग़म ने मारा, ये कहानी फिर सही;किसने तोड़ा दिल हमारा, ये कहानी फिर सही!दिल के लुटने का सबब, पूछो न सबके सामने;नाम आयेगा तुम्हारा, ये कहानी फिर सही!नफ़रतों के तीर खा कर, दोस्तों के शहर में;हमने किस किस को पुकारा, ये कहानी फिर सही!क्या बताएं प्यार की बाज़ी, वफ़ा की राह में;कौन जीता कौन हारा, ये कहानी फिर सही!╭─❀⊰╯@mind4talk╨───────────────────❥
•✤┈•शायरी का कि महफिल आपके लिये•┈✤•
[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]बस इतने क़रीब रहोअगर बात ना भी हो तो दूर ना लगो।[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]हां अब कहने को तो कुछ बचा नहीं,मग़र बहुत मन करता है बात करने का !![•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]कायनात भी क्या गुल खिला गयीनसीब में था जिस से बिछड़ना उस से मिला गयीहो जाती है हर रात के बाद सुबहपर वो मेरी रात को भी सुबह बना गयी।😊[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]हर ज़ख्म किसी ठोकर की मेहरबानी है,मेरी ज़िन्दगी की बस यही एक कहानी है,मिटा देते सनम तेरे हर दर्द को सीने से,पर ये दर्द ही तो तेरी आखिरी निशानी है।╭─❀⊰╯@mind4talk╨───────────────────❥
[•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]पुरानी शाखों से पूछो जीना कितना मुश्किल है,नये पत्ते तो बस अपनी अदाकारी में रहते हैं![•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]सच और झूठ की बस इतनी कहानी है,झूठ वो धुआँ है जो असल में पानी है![•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]जब नासमझ थे, तो ख्वाब हमारी मुट्ठी में थे,समझ आयी तो हम ख्वाबों की मुट्ठी में थे![•✤┈•शायरी का समुद्र•┈✤•]मौसमें मिज़ाज गुलज़ार कर गए,उफ्फ वो मुस्कुराकर कर्जदार कर गए!╭─❀⊰╯@mind4talk╨───────────────────❥